Hisaab
राज बर्मन, Siddharth Kasyap
किसी का दिल दुखाओगे
तो दर्द तुम भी पाओगे
किसी का दिल दुखाओगे
तो दर्द तुम भी पाओगे
किसी को तुम रलाओगे
तो आँसू तुम भी पाओगे
ना सिफारिश ना गुज़ारिश
ना ही लिहाज़ करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
हाँ अपना बना के बेगाना कर देना
बीच सफ़र में अंजाना कर देना
हाँ अपना बना के बेगाना कर देना
बीच सफ़र में अंजाना कर देना
जी भी ना पाए किसी के बिना
क्यूँ इतना ज़्यादा दीवाना कर देना
कहाँ की ये शराफ़त है
जाने कैसी ये आदत है
कहाँ की ये शराफ़त है
जाने कैसी ये आदत है
किसी को कर देना बर्बाद
किसने दी ये इजाज़त है
चाहे जीतने कर लो परदे
ये बेनकाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
किसी का दिल दुखाओगे
तो दर्द तुम भी पाओगे
किसी को तुम रलाओगे
तो आँसू तुम भी पाओगे
ना सिफारिश ना गुज़ारिश
ना ही लिहाज़ करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
इश्क़ में खुदा बराबर का
हिसाब करता है
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now