Deewaron Se Milkar Rona
Pankaj Udhas
दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से
आँखों को ले डूबा ये दिल का पागलपन
आँखों को ले डूबा ये दिल का पागलपन
आँखों को ले डूबा ये दिल का पागलपन
जो मिलता हे
आँखों को ले डूबा ये दिल का पागलपन
आते जाते को मिलता हे अपना लगता हे
आते जाते को मिलता हे अपना लगता हे
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से
कितने दिनों के प्यासे होंगे यारों सोचो तो
कितने दिनों के प्यासे होंगे यारों सोचो तो
शबनम का कतरा भी जिनको दरिया लगता है
शबनम का कतरा भी जिनको दरिया लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से
किसको कैसर पत्थर मारूं कौन पराया है
किसको कैसर पत्थर मारूं
पत्थर मारूं
किसको कैसर पत्थर मारूं कौन पराया है
किसको कैसर किसको कैसर पत्थर मारूं
किसको कैसर किसको कैसर पत्थर मारूं
किसको कैसर किसको कैसर
किसको कैसर पत्थर मारूं कौन पराया है
शीश-महल में एक एक चेहरा अपना लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से मिलकर रोना अच्छा लगता है
हम भी पागल हो जायेंगे, ऐसा लगता है
दीवारों से
Written by: PANKAJ UDHAS, QAISAR UL JAFRILyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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