Aaj Kyon Humse Parda Hai

बलबीर, Mohammed Rafi

आज क्यूँ हमसे पर्दा है पर्दा है जी आज क्यूँ हमसे पर्दा है आज क्यूँ हमसे पर्दा है आज क्यूँ हमसे पर्दा है आज क्यूँ हमसे पर्दा है पर्दा है जी आज क्यूँ हमसे पर्दा है तेरा हर रंग हमने देखा है तेरा हर ढंग हमने देखा है पास आकर भी तुझको देखा है दूर जाकर भी तुझको देखा है तुझको हर तरह आज़माया है पा के खोया है, खो के पाया है अँखड़ियों का बयाँ समझते हैं धड़कनों की ज़बाँ समझते हैं चूड़ियों की खनक से वाक़िफ़ हैं झांझरों की झनक से वाक़िफ़ हैं नाज़-ओ-अंदाज़ जानते हैं हम (नाज़-ओ-अंदाज़ जानते हैं हम) नाज़-ओ-अंदाज़ जानते हैं हम (नाज़-ओ-अंदाज़ जानते हैं हम) तेरा हर राज़ जानते हैं हम, फिर (तेरा हर राज़ जानते हैं हम, फिर) आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है दिल दुखाने से फ़ायदा क्या है मुँह छुपाने से फ़ायदा क्या है उलझी-उलझी लटें सँवार के आ हुस्न को और भी निखार के आ नर्म गालों में बिजलियाँ लेकर शोख़ आँखों में तितलियाँ लेकर आ भी जा अब, अदा से लहराती एक दुल्हन की तरह शरमाती तू नहीं है तो रात सूनी है इश्क की कायनात सूनी है ओये मरने वालों की ज़िन्दगी तू है (ओये मरने वालों की ज़िन्दगी तू है) मरने वालों की ज़िन्दगी तू है (मरने वालों की ज़िन्दगी तू है) इस अँधेरे की रौशनी तू है, फिर (इस अँधेरे की रौशनी तू है, फिर) आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है आ तेरा इंतज़ार कब से है हर नज़र बेकरार कब से है शम्मा रह रह के झिलमिलाती है साँस तारों की डूबी जाती है तू अगर मेहरबान हो जाए ये ज़मीं आसमान हो जाए अब तो आ जा के रात जाती है एक आशिक की बात जाती है खैर हो तेरी ज़िन्दगानी की दिल भी दें तो मेहरबानी की तुझपे सौ जान से फ़िदा हैं हम (तुझपे सौ जान से फ़िदा हैं हम) तुझपे सौ जान से फ़िदा हैं हम (तुझपे सौ जान से फ़िदा हैं हम) एक मुद्दत के आशना हैं हम, फिर (एक मुद्दत के आशना हैं हम, फिर) आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है आज क्यों हम से पर्दा है पर्दा है जी आज क्यों हम से पर्दा है

Written by: N Dutta, Sahir LudhianviLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store

Related songs