Kah Gaye Father Ibrahim
Laxmikant Pyarelal, Manna Dey
अरे हां
बाट के खाओ इस दुनिया मे
बाट के बोझ उठाओ
जिस रस्ते मे सबका सुख
हो वो रास्ता अपनाओ
इस तालीम से बढ़कर
जाग मे कोई नही तालीम
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
इस तालीम से बढ़कर
जग मे कोई नही तालीम
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
दूजे के घर कभी ना
झको दौलत हो या नारी
दूजे के घर कभी ना
झको दौलत हो या नारी
इस आदत से बचे रहो
ये आदत है बीमारी
इसका दारू ढूंड ना
पाया कोई बाद हकीम
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
कुत्ते से क्या बदला लेना
कुत्ते ने अगर कटा
कुत्ते से क्या बदला लेना
कुत्ते ने अगर कटा
तुमने अगर कूटे का कटा
क्या ठुका क्या चटा
तुम इंसान हो यारो अपनी
कुछ तो करो ताज़ीं
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
झूठ के सर पे ताज भी हो
तो झूठ का भंडा फोड़ो
झूठ के सर पे ताज भी हो
तो झूठ का भंडा फोड़ो
सच चाहे सूली चाद्वड़े
सच का साथ ना छोड़ो
कल वो सच अमराट होगा जो
आज है कड़वा नीं
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
इस तालीम से बढ़कर
जाग मे कोई नही तालीम
कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
ओ कह गये फादर इब्राहिम
Written by: Laxmikant Pyarelal, Sahir LudhianviLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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