Ek Samay Par Do Barsaten
मन्ना डे
एक समय पर दो बरसातें
एक समय पर दो बरसातें
बादल के संग आँख भी भरसे
चारों ओर है जल-थल जल-थल
चारों ओर है जल-थल जल-थल
फिर भी प्यासा मनवा तरसे
एक समय पर दो बरसातें
उमड-घुमड जब छायीं घटायें
नीर बरसेगा सबने जाना
उमड-घुमड जब छायीं घटायें
नीर बरसेगा सबने जाना
कोई न जाने दिल में तूफ़ाँ
कब आ जाये और किधर से
एक समय पर दो बरसातें
बादल के संग आँख भी भरसे
चारों ओर है जल-थल जल-थल
फिर भी प्यासा मनवा तरसे
एक समय पर दो बरसातें
आग लगी है दिल में लेकिन
देख रहा है आँख का पानी
आग लगी है दिल में लेकिन
देख रहा है आँख का पानी
शोलों के संग बहती नदिया
निकल रही है एक ही घर से
एक समय पर दो बरसातें
बादल के संग आँख भी भरसे
चारों ओर है जल-थल जल-थल
फिर भी प्यासा मनवा तरसे
एक समय पर दो बरसातें
Written by: RAJINDER KRISHAN, SALIL CHOUDHURYLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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