Nazar Khaamosh Chup Chup Hai
Manhar Udhas
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
ग़मों के बोझ से जैसे
ग़मों के बोझ से जैसे
दबी है दास्ता उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
परेशान वह उधार है
और हमारा दिल तड़पता है
परेशान वह उधार है
और हमारा दिल तड़पता है
तड़पते दिल तू ही कर दे
तड़पते दिल तू ही कर दे
परेशानी बयान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
समझते क्यों नहीं हमको
वह अपने आप के काबिल
समझते क्यों नहीं हमको
वह अपने आप के काबिल
हमारी ज़िन्दगी ए काश
हमारी ज़िन्दगी ए काश
होती राजदा उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
अगर चाहे हमें तू
मौत दे दे ए खुदा मेरे
अगर चाहे हमें तू
मौत दे दे ए खुदा मेरे
मगर है इल्तजा इतनी
मगर है इल्तजा इतनी
मिटा तन्हाईया उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
ग़मों के बोझ से जैसे
दबी है दास्ता उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
नज़र खामोश चुप चुप है
न जाने क्यों जुबान उनकी
Written by: Lyrics © RALEIGH MUSIC PUBLISHINGLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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