Ek Musafir Hoon Main
मनहार उधास
हा हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा हा
एक मुसाफिर हूँ मैं
एक मुसाफिर है तू
अपना घर है कहा
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
एक मुसाफिर हूँ मैं
एक मुसाफिर है तू
अपना घर है कहा
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
लल्लला लल्लला लल्लला लल्लला
सा सा रे रे सासरे सासरे सामा
आज तो गीत गाले
कल की किसे खबर
आज तो गीत गले
कल की किसे खबर
कुछ भी मालूम नहीं
खत्म हो कब सफर
एक परिंदा हूँ मैं
एक परिंदा है तू
है बसेरा कहा
है सवेरा कहा
कौन जाने यहाँ
है सवेरा कहा
कौन जाने यहाँ
ये मदुर चाँदनी
आके पिले जरा
ये मदुर चाँदनी
आके पिले जरा
रुप के गाव में आके जिले जरा
एक धारा हूँ मैं
एक धारा है तू
अपना उदगम कहा
अपना संगम कहा
कौन जाने यहाँ
अपना संगम कहा
कौन जाने यहाँ
कल मिले थे यही
आज हम खो गए
कल मिले थे यही
आज हम खो गए
हादसे यूं हुए
क्या से क्या हो गए
एक खिलौना हूँ मैं
एक खिलौना है तू
टूटना है कहा
है बिखरना कहा
कौन जाने यहाँ
है बिखरना कहा
कौन जाने यहाँ
एक मुसाफिर हूँ मैं
एक मुसाफिर है तू
अपना घर है कहा
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
हमको जाना कहा
कौन जाने यहाँ
हा हा हा हा हा हा हा हा हा
Written by: NAGRATH RAJESH ROSHAN, NEERAJLyrics © Royalty Network, Sentric MusicLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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