Mere Desh Ki Dharti
Mahendra Kapoor, Kalyanji, Anandji
आ आ आ आ हो हो हो हो
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती सोना उगले
उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती सोना उगले
उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं
जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोसो दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
हो ओ ओ ओ ओ
सुनके रहत की आवाज़ें
सुनके रहत की आवाज़ें
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे
दुल्हन की तरह हर खेत सजे
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती सोना उगले
उगले हीरे मोती
ओ मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती
जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अंगड़ाइयाँ लेती है
ममता अंगड़ाइयाँ लेती है
क्यूँ ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
जो जीवन का सुख देती है
हो ओ ओ ओ ओ
इस धरती पे जिसने जनम लिया
इस धरती पे जिसने जनम लिया
उसने ही पाया प्यार तेरा
उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोई नहीं
यहाँ अपना पराया कोई नहीं
है सब पे माँ उपकार तेरा
है सब पे माँ उपकार तेरा
मेरे देश की धरती
ओ मेरे देश की धरती सोना उगले
उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती
ये बाग़ है गौतम नानक का
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरी सिंह नलवे से
रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगत सिंह
रंग बना बसंती भगत सिंह
रंग अमन का वीर जवाहर से
रंग अमन का वीर जवाहर से
मेरे देश की धरती
ओ मेरे देश की धरती सोना उगले
उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती
आ आ आ आ हो हो हो हो
आ आ आ आ हो हो हो हो
Written by: ANANDJI V SHAH, GULSHAN BAWRA, KALYANJI VIRJI SHAHLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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