Sawan Ka Mahina

Mukesh, Lata Mangeshkar, Anurag Abhishek

सावन का महीना पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बनमा नाचे मोर सावन का महीना पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बनमा नाचे मोर सावन का महीना पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बनमा नाचे मोर (जैसे बनमा नाचे मोर) राम गजब ढाए ये पुरवइया नइया सम्भालो कित खोए हो खिवइया राम गजब ढाए ये पुरवइया नइया सम्भालो कित खोए हो खिवइया पुरवइया के आगे चले ना कोई ज़ोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बनमा नाचे मोर ओ ओ ओ सावन का महीना पवन करे सोर जियरा रे झूमे ऐसे जैसे बनमा नाचे मोर

Written by: ANAND BAKSHI, ANANDSHI BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, Laxmikant Pyarelal, PYARELAL RAMPRASAD SHARMALyrics © Universal Music Publishing Group, Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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