Ek Baar Zara Phir Keh Do
Lata Mangeshkar, हेमंत कुमार
इक बार ज़रा फिर कह दो
उन हुन
इक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना
ऐसी मीठी मीठी बातें करके
ऐसी मीठी मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जान-ए-जां
इक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना
उन हुन
दिल लेकर रहो दूर हज़ूर न हमसे
करो इतना गुरूर न हमसे
ओ सजना मेरा हार सिंगार तुम्ही हो
मेरा दम है तुम्हारे ही दम से
तुम समां हो तो मे हु परवाना
ऐसे मीठी मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जान-ए-जां
इक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना
उन हुन
सुनो दिल्बर ये जो दीप खुशी का जला है
मेरा प्यार इसीमे ढला है
मेरा दिल भी पिया लेके तुम्हारा सहारा
नई राह पे आज चला है
दिया तुम्ही ने उम्मीदों का ठिकाना
ऐसी मीठी मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
ओ जान-ए-जां
इक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना
उन हुन
तुम चाहो तो में तोड़ के ला दूँ सितारे
के हो तुम मुझे जान से प्यारे
क्या मांगू जब मिल गए तुम मुझे सजना
में तो आगयी बस में तुम्हारे
मेरा दिल है तुम्हारा नजराना
ऐसी मीठी मीठी बातें करके
कहाँ सीखा है दिल का लुभाना
इक बार ज़रा फिर कह दो
मुझे शर्माके तुम दीवाना
कहो न
दीवाना
फिर कहो
दीवाना
फिर कहो
दी-वा-न
Written by: KUMAR HEMANT, Shakeel BadayuniLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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