Kashmakash
कुणाल गांजावाला
कश्मकश है यही
क्या करून क्या नहीं
किसकी मानु यहां
दिल कहीं मन कहीं
रिश्ते हंसाते हैं कभी कभी यह ग़म के आंसू रुलाते
हम्म सपणे दिखाते हैं कभी कभी यह नींद से हैं जगाते
चलते चलते झोंकों पे ठहरा ठहरा आसमान
ऊंची ऊंची लहरों में गहरा गहरा कारवां
सच है क्या झूठ क्या
क्या दगा क्या यकीन
कश्मकश है यही क्या करून क्या नहीं
किसकी मानु यहां दिल कहीं मन कहीं
कश्मकश है यही क्या करून क्या नहीं
किसकी मानु यहां दिल कहीं मन कहीं
कश्मकश है यही
कश्मकश है यही
हाँ कश्मकश है यही
अपना बनाते हैं कभी कभी यह भीड़ छोड़ जाते
छोड़ जाते
हम्म दूरि मिटाते हैं कभी कभी यह दूरियां हैं बढाते
दूरियां येह
उजले उजले आसमान
काली काली बदलियां
हलके हलके आँसूवो की भारी भारी दास्तान
पास क्या दूर क्या
क्या गया क्या यहीं
कश्मकश है यही
क्या करून क्या नहीं
किसकी मानु यहां
दिल कहीं मन कहीं
कश्मकश है यही
क्या करून क्या नहीं
किसकी मानु यहां
दिल कहीं मन कहीं
कश्मकश है यही
हाँ कश्मकश है यही
हाँ कश्मकश है यही
हम्म कश्मकश है यही
Written by: INDRANEEL HARIHARAN, PUNARM HARIHARANLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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