Patthar Pe Likhi Koi
Kumar Sanu, साधना सरगम
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवानी बन जाऊं
अम्बर पे लिखा कोई
प्रेम तराना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
दिलबर देखो दिल की नज़र से
चेहरा कोई धडकनों में बसा है
हो पढ़के सुनाओ तुम ये फ़साना
अपना कोई दास्ताँ में छुपा है
सितारे वफ़ा के सदा झिलमिलायें
इन्हे ज़िन्दगी भर न हम भूल पाएं
अब तो यही है आरज़ू
अरमान है तुम्हे जिसका
मैं वह निशानी बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
करनी है हमको इतनी मोहब्बत
सदियों जिसे न जहां भूल पाये
सबको भुलाया जग को भुलाया
तेरे सिवा न कोई याद आये
कहाँ आ गए हैं
कहाँ खो गए हैं
सभी रंजो ग़म से जुदा हो गए हैं
सच कहता हूँ दिलरूबा
तुम जाके जहाँ ठहरो
मैं वह ठिकाना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवानी बन जाऊं
अम्बर पे लिखा कोई
प्रेम तराना बन जाऊं
तुम मुझे इतना प्यार करो
तुम मुझे इतना प्यार करो की
मैं दीवाना बन जाऊं
पत्थर पे लिखी कोई
प्रेम कहानी बन जाऊं
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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