Aur Tanha

KK, Pritam

तू ही तो है तू ही तो है हर पल ही तेरी बातों में गुज़रता इतना क्यूँ मेरे साथ आई तू तू ना जाने तू ना जाने हर पल में तू है मैं हूँ या है रास्ता इतना क्यूँ मुझको दूर लायी तू ना मैं वादा करता हूँ ना मैं भूला करता तू है तो सब रस्तों पे मैं क्या ढूँढा करता यूँ तेरा होना भी और तन्हा करता तू ही तो है तू ही तो है जो हंसते हंसते आँखें भर सकती है अब इतनी तो पहचान हो गयी नहीं है तो नहीं है तू अब छोड़ा है तो सच में छोड़ दे मुझको क्यूँ हर पल की मेहमान हो गयी मैं यूँ तन्हा जीता हूँ जैसे कोई मरता ये भी कोई होना है जो है आँखें भरता यूँ तेरा होना भी और तन्हा करता और तन्हा करता और तन्हा करता ऊ

Written by: IRSHAD KAMIL, PRITAM CHAKRABORTYLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLCLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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