Woh Mere Peechhe Padi Huyi Hai
Laxmikant Pyarelal, Kishore Kumar
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
हो गया मुझपे जोश
जवानी में एक उल्टा कम
हो गया मुझपे जोश
जवानी में एक उल्टा कम
हर किसी से हो सकता है इट्स नॅचुरल
लेकिन आ हहा अब तो हो गयी
लेकिन आ हहा अब तो हो गयी
मेरे दिन की नींद हराम
लेकिन आ हहा अब तो हो गयी
मेरे दिन की नींद हराम
खा खा खाने भी ना दे
पी पी पीने भी ना दे
आ आ आने भी ना दे
जा जा जाने भी ना दे
खाने दे ना पीने दे ना
आने दे ना जाने दे ना
रोने दे ना गाने दे ना
मरने दे ना जीने दे ना
दिल किसी ओर से लगाने भी ना दे
ऐसी वो जिद्ड़ पे आदि हुई है
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
जो पिता है शराब को
सरूर हो ही जाता है
नशा आख़िर नशा है
कसूर हो ही जाता है
वो उलझी थी मुझसे
मैं उलझा था उससे
वो उलझी थी मुझसे
मैं उलझा था उससे
तो उलझन में कुच्छ ना कुच्छ
ज़रूर हो ही जाता है
मूह माँगा दम लेले
दम नही तो जान लेले
इज़्ज़त है तेरी भी
आबरू है मेरी भी
शोर क्यू मचती है
पास में क्यू जाती है
देती है डुआही क्यू
जाग में हासै क्यू
वो भी भली मैं भी भला
वो भी भली मैं भी भला
आज करे फ़ैसला
शायद वो आ गयी
पता मेरा पा गयी
शायद वो आ गयी
पता मेरा पा गयी
पहले वो जिंजोड़ेगी
फिर अंदर कर के छ्चोड़े गी
पहले वो जिंजोड़ेगी
फिर अंदर कर के छ्चोड़े गी
अँखियो के सामने
देख लो वो खड़ी है
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
वो मेरे पीच्चे पड़ी हुई है
पहले बात जर सी थी
अब इतनी बढ़ी हुई है
Written by: Laxmikant Pyarelal, Rajinder KrishnanLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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