Dhoti Aur Patloon Men Ek Din Hui Ladai
Ram Kamlani, Kishore Kumar, Mohammed Rafi
हा धोती और पतलून में एक दिन हुई लड़ाई
अरे उलझ गये मीटर बुलबुल से
अपने लालू भाई
तुम्ही कहो जी अब तुम्ही कहो जी
कों है अच्छा धोती और पतलून में
भाई धोती और पतलून में
अजी तुम ही कहो जी
कों है अच्छा धोती और पतलून में
भाई धोती और पतलून में
मलमल की ये सस्ती धोती
चीज़ बड़े आराम की
भाई चीज़ बड़े आराम की
फटे तो दस रुमाल बना लो
है ना लखो काम की
क्यूँ है ना लखो कम की
अजी पहन चालू तो, अजी पहन चालू तो
धोती के आनद मे और जून में
तुम्ही कहो जी अब तुम्ही कहो जी
कों है अच्छा धोती और पतलून में
भाई धोती और पतलून में
युरफ की ये राज़ दुलारी
साहब लोगो की है प्यारी
युरफ की ये राज़ दुलारी
साहब लोगो की है प्यारी
धोती वालो,
धोती वालो तुम क्या जानो
क्या है ये पतलून हमारी
अजी धोती वाला, अजी धोती वाला
बन जाए लाला और मिस्टर. पतलून में
अजी तुम्ही कहो जी
अजी तुम्ही कहो जी
कों है अच्छा धोती और पतलून में
भाई धोती और पतलून में
लालू भाई मीटर बुलबुल
सबसे अच्छा पयज़ामा
अरे लालू भाई मीटर बुलबुल
सबसे अच्छा पयज़ामा
धोती और पतलून भँजिया
ये दोनो का मामा
अजी रात इसे पॅरिस में पहनो
अजी रात इसे पॅरिस में पहनो
दिन को देहराधुन में
अजी तुम ही कहो जी
अजी तुम्ही कहो जी
कों है अच्छा धोती और पतलून में
भाई धोती और पतलून में
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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