Log Barso Judaa Hoke
Kavita Krishnamurthy
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
मगर अपना तो ये हाल हैं
ये हाल हैं ये हाल हैं के
एक पल एक दिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
मगर अपना तो ये हाल हैं
ये हाल हैं ये हाल हैं के
एक पल एक दिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
हम दीवाने हैं इश्क़ करते हैं
बेक़रारी में जीते मरते हैं
हम दीवाने हैं इश्क़ करते हैं
बेक़रारी में जीते मरते हैं
हम मिले गुल खिले आशियाना बना
दोस्ती का नया एक फसाना बना
दोस्ती का नया एक फसाना बना
ज़ख़्मी दिल को जफाओ से सीखे हैं
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
मगर अपना तो ये हाल हैं
ये हाल हैं ये हाल हैं के
एक पल एक दिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
इस ज़माने को हम भुलायेंगे
दिल के दर्या में डूब जायेंगे
इस ज़माने को हम भुलायेंगे
दिल के दर्या में डूब जायेंगे
क्या हसीं दिलनशी अब यह आलम लगे
प्यार के वास्ते ज़िन्दगी कम लगे
प्यार के वास्ते ज़िन्दगी कम लगे
अश्क दर्द-इ-जुदाई का पीते है
लोग बरसों जुदा होके जीते हैं
मगर अपना तो ये हाल हैं
ये हाल हैं ये हाल हैं के
एक पल एक दिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
एक पल एक दिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
जी सकेंगे ना हम एक दूजे के बिन
Written by: ANAND CHITRAGUPTA, MILIND CHITRAGUPTA, SAMEER LALJI ANJAANLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network, Shemaroo Entertainment LimitedLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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