Teri Tasveer Ko
के जे येसुदास
पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय
ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय
आ आ आ आ आ आ
तेरी तसवीर को सिने से लगा रखा है
तेरी तसवीर को सिने से लगा रखा है
तेरी तसवीर को सिने से लगा रखा है
हम ने दुनिया से अलग गाँव बसा रखा है
तेरी तसवीर को सिने से लगा रखा है
मेरी किस्मत की लकीरों को सजाया तूने
एक नाचीज़ को फ़नकार बनाया तूने
मई ने हर बोल तेरा दिल में सजा रखा है
हम ने दुनिया से अलग गाँव बसा रखा है
तेरी तसवीर को साइन से लगा रखा है
मैंने गीतों से छवि तेरी बनायीं बरसो
दूर रह कर तुझे आवाज़ सुनायी बरसो
किस लिए तूने मुझे गैर बना रखा है
हम ने दुनिया से अलग गाँव बसा रखा है
तेरी तसवीर को साइन से लगा रखा है
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
तुझको दिन रात खयालों में है पूजा मैंने
तेरे पैरो के निशान पर किया सजदा मैंने
बंदगी में तेरे सर अब भी झुका रखा है
हम ने दुनिया से अलग गाँव बसा रखा है
तेरी तसवीर को सिने से लगा रखा है
Written by: Fauq Zami, RajkamalLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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