खो गये हम कहाँ
जसलीन रॉयल, प्रतीक कुहड़
रूह से बहती हुई धून ये इशारे दे
कुछ मेरे राज़ तेरे राज़ आवारा से
खो गये हम कहाँ
रंगों सा ये जहाँ
खो गये हम कहा
रंगों सा ये जहा
टेढ़े मेढे रास्ते हैं
जादुई इमारतें हैं
मैं भी हूँ तू भी है यहाँ
खोई सोई सड़कों पे
सितारों के कंधों पे
हम नाचते उड़ते हैं यहाँ
खो गये हम कहाँ
रंगों सा ये जहाँ
खो गये हम कहा
रंगों सा ये जहा उह उह उह उह
सो गयी हैं ये साँसे सभी
अधूरी सी है कहानी मेरी
फिसल जाए भी तो डर ना कोई
रुक जाने की ज़रूरत नही
काग़ज़ के पर्दे हैं
ताले हैं दरवाज़ो पे
पानी में डूबे हुवे
ख्वाब अल्फाज़ों के
खो गये हम कहा
रंगों सा ये जहा
खो गये हम कहा
रंगों सा ये जहा
टेढ़े-मेढे रास्ते हैं
जादुई इमारतें हैं
मैं भी हूँ तू भी है यहाँ
खोई सोई सड़कों पे
सितारों के कंधों पे
हम नाचते उड़ते हैं यहाँ
उह उह उह उह (ह्म्म्म)
Written by: JASLEEN ROYAL, PRATEEK KUHADLyrics © Raleigh Music Publishing LLC, Bluewater Music Corp.Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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