Le Tere Muqaddar Ka Tujhe Haal
Hemant Kumar, Geeta Dutt
ले तेरे मुक़्क़दर का
तुझे हाल बतादू
हारे न कभी ऐसी
तुझे चाल बतादु
ले तेरे मुकदर का
तुझे हाल बतादू
हारे न कभी ऐसी
तुझे चाल बतादु
ले
मौका सुनहरा है
दाव भी गहरा है
बिगड़ी बात बनाले
मौका सुनहरा है
दाव भी गहरा है
बिगड़ी बात बनाले
ताश के पत्तों में
भी किस्मत हे क़िस्मत छुपी है तेरी
बढ़के दाव लागले
मानले आने ही वाला है माल बतादु
हरे न कभी ऐसी
तुझे चाल बतादु
ले तेरे मुक़्क़दर का तुझे हाल बतादू
हरे न कभी ऐसी
तुझे चल बतादू ले
ठोकर न खाना कहो
धोखे में आना नहीं
दुश्मन है तेरा ये जमाना
ठोकर न खाना कहो
धोखे में आना नहीं
दुश्मन है तेरा ये जमाना
छोड़ खड़े है
घेरे देख इसारे मेरे
पीछे पड़े न पछताना
दुनिया ने कहा
बिछाये है तुझे जाल बतादु
हरे न कभी ऐसी
तुझे चाल बतादू
ले तेरे मुकदर का
तुझे हल बतादू
हारे न कभी ऐसी
तुझे ऐसी चाल बतादु ले
जीत के हारा कोई
हार के जिता कोई
भेद किसिने ये ना जाना
जीत के हारा कोई
हार के जिता कोई
भेद किसिने ये ना जाना
हँसता है रोनेवाला
रोता है हसनेवाला
क़िस्मत का खेल है पुराना
आ तुझे दुनिया मैं लाखों
ऐसे मिसाल बतादु
हारे न कभी ऐसी
तुझे ऐसी चाल बतादु ले
तेरे मुक़्क़दर का तुझे हाल बतादू
हारे न कभी ऐसी
तुझे ऐसी चाल बतादु ले
Written by: KUMAR HEMANT, S H BihariLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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