Kankar Kankar Se Mai Puchhu

Geeta Dutt

कंकर कंकर से मई पुच्छुन शंकर मेरा कहाँ है कोई बताए कंकर कंकर से मई पुच्छुन शंकर मेरा कहाँ है कोई बताए शिखर शिखर से पुच्छ रही हूँ शंकर मेरा कहाँ है गौरिवार ग़गाड़र हर हर शंकर मेरा कहाँ है कोई बताए ओ नील गगन की चद्रकला ओ नील गगन की चद्रकला तू रहती उनके पास भला मेरा कहाँ गया प्रीतम बता मेरी बिगड़ी कों बनाए कंकर कंकर से मई पुच्छुन शंकर मेरा कहाँ है कोई बताए हौले हौले चल फानीधर हौले हौले चल फानीधर मई भी तेरे संग चलूं तू हौले हौले चल फानीधर तू लिपतेगा गले श्याम के मई चरनो मे रह लूँ मेरा धान्या जीवन हो जाए कोई बताए कोई बताए कोई बताए कंकर कंकर से मई पुच्छुन शंकर मेरा कहाँ है कोई बताए

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