Jhume Re Kali Bhanvara Ulajh Gaya Kanton Me

Geeta Dutt

झूमे रे काली भँवरा उलझ गया काटो मे झूमे रे काली भँवरा उलझ गया काटो मे बन बन ढूँढे पवन शराबी बन बन ढूँढे पवन शराबी गगन कहे गगन कहे चुपके से फूल खिला कंतो मे झूमे रे काली भँवरा उलझ गया कंतो मे शाम-सवेरे दिल को घेरे कौन मुझ पे जादू फेरे सब समझवे प्रीत बुरी है सब समझवे प्रीत बुरी है लगान कहे लगान कहे जीवन का चैन च्छूपा काटो मे झूमे रे काली भँवरा उलझ गया काटो मे मन मे आके चैन चुराके जो च्छूप जाए नींद उड़के मन मे आके चैन चुराके जो च्छूप जाए नींद उड़के जब मई उनका नाम पुकारू जब मई उनका नाम पुकारू नज़र कहे नज़र कहे आँचल से पुच्छ पता कंतो मे झूमे रे काली भँवरा उलझ गया काटो मे बन बन ढूँढे पवन शराबी बन बन ढूँढे पवन शराबी गगन कहे गगन कहे चुपके से फूल खिला कंतो मे

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

Create your own version of your favorite music.

Sing now

Kanto is available on:

google-playapp-storehuawei-store