Daman Na Chhuda Yun Door Na Kar
Geeta Dutt
दामन न छुड़ा यूँ दूर न कर
रोने के लिए मजबूर न कर
दामन न छुड़ा यूँ दूर न कर
रोने के लिए मजबूर न कर
मैं कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा ए दिल को चूर ना कर
मजबूर ना कर ओ यूँ दूर ना कर
दिल दिल से बिछड़ने का मज़ार
वो अश्को का गिरना दामन पर
खामोश नज़र थी अफ़साना
खामोश नज़र थी अफ़साना
बेदर्द न इस पर भी माना
मै कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा ए दिल को चूर ना कर
मजबूर ना कर ओ यूँ दूर ना कर
दामन न छुड़ा
नैनो मे मेरे तू आके ना जा
अर्मा मेरे ठुकरा के ना जा
मैं तेरे बिना मर जाउंगी
मैं तेरे बिना मर जाउंगी
बेदर्द मुझे तडपा के ना जा
मै कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा ए दिल को चूर ना कर
मजबूर ना कर ओ यूँ दूर ना कर
दामन ना छुड़ा
इन आँखो से आँसू बहने दे
मुझे दिल की कहानी कहने दे
ये तेरी खुशी दिल दे के ना दे
ये तेरी खुशी दिल दे के ना दे
कदमो मे तेरे तो रहने दे
मै कहती रही वो सुनता रहा
यूँ शीशा ए दिल को चूर ना कर
मजबूर ना कर ओ यूँ दूर ना कर
Written by: Hafiz Khan, Shevan RizviLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now