Yun Hi Chala Chal
Hariharan, डीजे सुकेतू, Udit Narayan
ए रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न भैया
यूँ ही चला चल राही
यूँ ही चला चल राही
कितनी हसीन है ये दुनिया दुनिया
भूल सारे झमेले,
देख फुलों के मेले
बड़ी रंगीन है ये दुनिया दुनिया
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न भैया
ये रास्ता है कह रहा अब मुझसे
मिलने को है कोई कहीं अब तुझसे
ये रास्ता है कह रहा अब मुझसे
मिलने को है कोई कहीं अब तुझसे
हो हो हो हो हो
दिल को है क्यों ये बेताबी
किससे मुलाकात होनी है
जिसका कब से अरमां था
शायद वो ही बात होनी है
यूँ ही चला चल राही
यूँ ही चला चल राही
जीवन गाड़ी है, समय पैय्या
आंसू की नदीया भी है
खुशियों की बगिया भी है
रस्ता सब तेरे तके भैय्या
यूँ ही चला चल राही
यूँ ही चला चल राही
कितनी हसीन है ये दुनिया
भूल सारे झमेले, देख फुलों के मेले
बडी रंगीन है ये दुनिया
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न
रुम तुम ताना न नक् तुम तुम ताना न भैया
देखूँ जिधर भी इन राहों में
रंग पिघलते हैं निगाहों में
ठंडी हवा है, ठंडी छाँव है
दूर वो जाने किसका गाँव है
बादल ये कैसा छाया
दिल ये कहाँ ले आया
सपना ये क्या दिखलाया है मुझको
हर सपना सच लगे, जो प्रेम अगन जले
जो राह तू चले, अपने मन की
हर पल की सींप से मोती ही तू चुने
जो तू सदा सुने, अपने मन की
यूँ ही चला चल राही
यूँ ही चला चल राही
कितनी हसीन है ये दुनिया
भूल सारे झमेले, देख फुलों के मेले
बड़ी रंगीन है ये दुनिया
सा नी सा सा सा नी सा सा (?)
सा नी सा सा सा नी सा सा
ये रास्ता है कह रहा अब मुझसे
मिलने को है कोई कहीं अब तुझसे
ये रास्ता है कह रहा अब मुझसे
मिलने को है कोई कहीं अब तुझसे
हो हो हो हो हो
दिल को है क्यों ये बेताबी
किससे मुलाकात होनी है
जिसका कब से अरमां था
शायद वो ही बात होनी है
यूँ ही चला चल राही
यूँ ही चला चल राही
कौन ये मुझको पुकारे
नदिया, पहाड़, झील और झरने
जंगल और वादी
इन में हैं किसके इशारे
यूँ ही चला चल राही (आ)
यूँ ही चला चल राही (आ)
कितनी हसीन है ये दुनिया (आ)
भूल सारे झमेले, देख फुलों के मेले (आ)
बड़ी रंगीन है ये दुनिया (आ)
Written by: A. R. Rahman, Javed AkhtarLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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