फूल सारे झड़ने लगे
यह आस सारी मरने लगे
यह रातें सारी खलने लगे
ऐसा क्यूँ?
तेरे बिन क्या करूँ बता
तू मिलती नि क्या तेरा पता
सज़ा मिली बिना जाने, क्या ख़ाता
ऐसा क्यूँ?
ऐसा क्यूँ?
ऐसा क्यूँ?
ऐसा क्यूँ?
ऐसा क्यूँ?
सारे दिन तरसा गये, सारे सामने आ गये
ख़ालीपन क्यूँ रिझा गये, अधूरा
सपने सब जल गये अपने तो बदल गये
छ्चोड़े ना क्यूँ मुझे महबूब
महबूबा मेरी तू मैं टूटा सही हूँ
पर दूजा नही हूँ महबूबा
करे क्यूँ ना बरी तू?
तुझे ढूँढा नही तू
मुझे छूउ जेया करीब हूँ महबूबा
मैं मार जौन क्या?
कुछ कर जौन क्या?
तेरा कर्ज़ा हूँ क्या?
जाने जेया
मैं मार जौन क्या?
कुछ कर जौन क्या?
तेरा कर्ज़ा हूँ क्या?
जाने जेया जाने जेया
मुझे दे दे माफी तू मेरी है उदासी तू
साँसें लगे फासी क्यूँ
मुझे देदे माफी, मुझे देदे माफी
सारे दिन तरसा गये, सारे सामने आ गये
खाली पं क्यूँ रिझा गये, अधूरा
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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