Chalein Kahin
Sean, Bawari Basanti, Ejaz
जो ना मिल सका, वो ढुंढ़ो तो मिलेगा चलें यूँ
दिल जो मिले, पर गुल ना खिले फिर चलें क्यूँ
जो ना मिल सका, वो ढुंढ़ो तो मिलेगा चलें यूँ
दिल जो मिले, पर गुल ना खिले फिर चलें क्यूँ
जागती मिली रातों, की दूरी यूँ
सोती हुई चाहत, को तकते है
चलें कहीं, आ चलें कहीं
चलें कहीं, आ चलें कहीं
बादलों की धुन में, हुए हम गुम, फिर मिलके भी
नयी हर सुबह, नये नये कारवाँ, फिर मिले भी
बादलों की धुन में, हुए हम गुम, फिर मिलके भी
नयी हर सुबह, नये नये कारवाँ, फिर मिले भी
लेकर नये तराने अब मिलना है
टूटे इस दिल को जुड़ना है
जो ना मिल सका, वो ढुंढ़ो तो मिलेगा, चलें यूँ
दिल जो मिले पर गुल ना खिले फिर चलें क्यूँ
चलें कहीं, आ चलें कहीं
चलें कहीं, आ चलें कहीं
चलें कहीं, आ चलें कहीं
चलें कहीं, आ चलें कहीं
देरे ना रे
Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind
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