Yeh Sochta Hai Kya

Hariharan, Asha Bhosle

यह सोचता है क्या ज़रा पलट इधर देखता है क्यों भला इधर उधर कितनी अच्छी मई लगाती हूँ देखा क्या मै कितनी सुन्दर हो तूने मुझको समझा क्या यह सोचता है क्या ज़रा पलट इधर देखता है क्यों भला इधर उधर डरता है क्यों तू आँखें खोल खोल के देख गोरी गोरी मेरे जैसी देखा ना होगा कही मजे मोहब्बत के मिल के हम उठाएँ ज़रा प्यार करते करते थक के सो जाये यहाँ क्या प्यारा टाइम है मौसम फाइन है गले लगा ले मुझको मुझमें तू खो जा ज़रा यह सोचता है क्या ज़रा पलट इधर देखता है क्यों भला इधर उधर कितनी अच्छी मई लगाती हूँ देखा क्या मै कितनी सुन्दर हो तूने मुझको समझा क्या संभल खुद को तू यु ही बात ना बढा रोक ले खुद को तू ऐसे कदम ना उठा के फिर से दामन पे दाग लग ना जाये कही तू हो रुसवा हमें भी यह तोह मंजूर ही नहीं मेरे नजदीक ना आ ज़रा होश में आ के यह मदहोशी तोह बुरी है यह नशा बुरा यह सोचता है क्या ज़रा पलट इधर देखता है क्यों भला इधर उधर कितनी अच्छी मई लगाती हूँ देखा क्या मै कितनी सुन्दर हो तूने मुझको समझा क्या यह सोचता है क्या ज़रा पलट इधर देखता है क्यों भला इधर उधर

Written by: Lyrics Licensed & Provided by LyricFind

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