खैरियत पूछो कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे सौ साल है
अंजाम है तय मेरा
होना तुम्हें है मेरा
जितनी भी हों दूरियां फिलहाल हैं
ये दूरियां फिलहाल हैं
ओ खैरियत पूछो कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे सौ साल है
तुम्हारी तस्वीर के सहारे
मौसम कई गुज़ारे
मौसमी ना समझो पर इश्क को हमारे
नज़रों के सामने मैं आता नहीं तुम्हारे
मगर रहते हो हर पल मंज़र में तुम हमारे
अगर इश्क से है मिला
फिर दर्द से क्या गिला
इस दर्द में ज़िन्दगी खुशहाल है
ये दूरियां फिलहाल हैं
ओ खैरियत पूछो कभी तो कैफियत पूछो
तुम्हारे बिन दीवाने का क्या हाल है
दिल मेरा देखो ना मेरी हैसियत पूछो
तेरे बिन एक दिन जैसे सौ साल हैं
अंजाम है तय मेरा
होना तुम्हें है मेरा
जितनी भी हों दूरियां फिलहाल हैं
ये दूरियां फिलहाल हैं
Written by: NAQASH HAIDERLyrics © Royalty Network, Songtrust AveLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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