Woh Shakhs Ban Gaya

Anuradha Paudwal

वो शख्स बन गया हैं मसीहा मेरे दिल का वो शख्स बन गया हैं मसीहा मेरे दिल का जो चुरा के ले गया हैं जो चुरा के ले गया हैं मेरा करार मुझ से वो शख्स बन गया हैं मसीहा मेरे दिल का राहो पे बिछी हैं इंडो सी भारी पलकें राहो पे बिछी हैं इंडो सी भारी पलकें आ भी जाए आभी जाए कभी वो दो कदम तो छलके नही होता एक पल भी नही होता एक पल भी अब इंतज़ार मुझ से जो चुराके ले गया हैं जो चुराके ले गया हैं मेरा करार मुझसे वो शख्स बन गया हैं मसीहा मेरे दिल का आख़िर क्यूँ हैं डाली ये बालाए मेरे सिर पे आख़िर क्यूँ हैं डाली ये बालाए मेरे सिर पे छुप गया वो छुप गया कहाँ हैं बिजली गिरा के घर पे क्यूँ ज़िंदगी के उसने क्यूँ ज़िंदगी के उसने च्चीनी बहार मुझसे जो चुराके ले गया हैं जो चुराके ले गया हैं मेरा करार मुझसे वो शख्स बन गया हैं मसीहा मेरे दिल का

Written by: PRAKASH RAHULE AADAM, S. CHATURSENLyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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