Main Ek Panchhi Matwala Re

अमित कुमार

मैं एक पंछी मतवाला रे मतवाला और निराला रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे मैं एक पंछी मतवाला रे मतवाला और निराला रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे दूर गगन का पंछी हूँ में दूर ठिकाना मेरा दूर गगन का पंछी हूँ में दूर ठिकाना मेरा इस बगिया की डाल पे मेरा इक पल रहे न बसेरा ही छे गोले कहौ से चाहौ गन गुणौ बादलों के संग संग उड़ उड़ जाऊ में अपने आप में भूला रे मतवाला और निराला रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे तूफानों का पाला हूँ में आँधियों में खेला तूफानों का पाला हूँ में आँधियों में खेला तान के सीना उड़ उड़ गगन में हर मुश्किल को झेला घोर घटा छाये चाहे बिजली डराये बढ़ता चलु में लेहरायए बलखाये में धुप छाव में खेला रे मतवाला और निराला रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे मेरा इस दुनिया के बाग़ में आना जाना रे

Written by: KISHORE KUMARLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind

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