He Baba Re Baba
Kavita Krishnamurthy, Amit Kumar
हे बाबा रे बाबा
हे बाबा रे बाबा ये क्या हो गया
आँखे है जागी टन सो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
हे बाबा रे बाबा,
बाबा रे बाबा ये क्या हो गया
आँखे है जागी टन सो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
हे बाबा रे बाबा
ये दुनिया बहकी हैं
या हम हैं बहके
खुश्बू सुनाई दे आओ आज महके
पेड़ो पे मछली ब्सेरा करे
पानी में चिड़ियो की धूम
सदके लचकति है
केर पिघलती है
ऐसे में पैदल ही घूम
हे बाबा रे बाबा बाबा रे
बाबा ये क्या हो गया
आँखे हैं जागी टन सो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
रे बाबा रे बाबा
बिल्डिंग से लिपटी है सादिया
घोड़ो के आयेज है गाडिया
बिल्डिंग से लिपटी है सादिया
घोड़ो के आयेज है गाडिया
रास्ते खुद चल पड़े
देखा किए हम तुम खड़े
बाबा रे बाबा बाबा रे
बाबा ये क्या हो गया
आँखे है जागी टन सो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
रे बाबा रे बाबा
कागज के घर और पठार के कपड़े
सोने के हाथी हैं चिटी ने पकड़े
शीशे के गलियो में उगने लगे
खंबो पे जूही के फूल
एक बिल्ली रोटी हैं तब रत होती हैं
तू ऐसी बाते ना भूल
बाबा रे बाबा बाबा रे
बाबा ये क्या हो गया
आँखे हैं जागी टन सो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
जब आ गया नशा
तो होश खो गया
रे बाबा रे बाबा
Written by: Akhtar Javed, Laxmikant PyarelalLyrics © Royalty NetworkLyrics Licensed & Provided by LyricFind
Create your own version of your favorite music.
Sing now