Gham Ka Andhera
Falguni Pathak, Usha Mangeshkar, Amit Kumar
घाम का अंधेरा हो या
सूखा का सवेरा हो ना
दिल ना दुखा ना अपना
सपने तो पूरे सभी
होने हैं कभी ना कभी
मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना..
घाम का अंधेरा हो या
घाम का अंधेरा हो या
सूखा का सवेरा हो ना
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना
च्छूप च्छूप अपनी राह पे
गाड़ी चलती जेया रही
चलना ही हैं ज़िंदगी
सबको सुनती जेया रही
आए च्छूप च्छूप अपनी राह पे
गाड़ी चलती जेया रही
चलना ही हैं ज़िंदगी
सबको सुनती जेया रही
लंबा सफ़र हो या
घाम की डगर हो
तू नही डरना
सपने तो पूरे सभी
होने हैं कभी ना कभी
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना..
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना..
उजली उजली सी सुबह
रात से पहले ना हो सकी
कितनी भी काली रात हो
दिन का आना वो आना नही रोकती
हे उजली उजली सी सुबह
रात से पहले ना हो सकी
कितनी भी काली रात हो
दिन का आना वो आना नही रोकती
अरमान जागते हुया
मंज़िलो पे जाते हुए
मूड के नही तकना
सपने तो पूरे सभी
होने हैं कभी ना कभी
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना..
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना..
आंटी आप भी गाओ ना
मेरी खुशी तुझको मिले
और तेरा घूम मैं सहुं
कैसे तू मेरे बिन रहें
कैसे मैं तेरे बिन रहूं
मेरी खुशी तुझको मिले
और तेरा घूम मैं सहुं
कैसे तू मेरे बिन रहें
कैसे मैं तेरे बिन रहूं
सुन मेरी मुमिया दुनिया में
मेरा तेरे बिना कोई नही हैं
सपने तो पूरे सभी
होने हैं कभी ना कभी
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना
ओ मुनिया मेरी हसना
मुनिया मेरी हसना (ला ला ला )
Written by: NADEEM SHRAVAN, SURENDRA SAATHILyrics Licensed & Provided by LyricFind
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