सलामत
तुलसी कुमार, अरिजीत सिंग, Amaal Mallik
चाहे मैं रहूँ जहां में चाहे तू ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उमर सलामत रहे
चाहे ये ज़मीं ये आसमां रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उमर सलामत रहे
ओ ओ ओ ओ ओ हम्म मम हम्म मम
डर है तुझे मैं खो ना दूं
मिले जो ख़ुदा तो बोल दूं
मैं दो जहां का क्या करूं तू बता ओ
तू जो मेरे पास है
मुझको न कोई प्यास है
मेरी मुक़म्मल हो गयी हर दुआ
चाहे मेरे जिस्म में ये जाँ रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उमर सलामत रहे
तेरे टुकड़ों में जी रहे
तुम जो मिले तो जुड़ गए
पंख लगा के उड़ चला मन मेरा आ ओ
तुझमें मैं हूँ मुझमें तू
और है सांसें रूबरू
कुछ भी नहीं अब दोनों के दरमियाँ
चाहे उस चाँद में चमक रहे ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उमर सलामत रहे
चाहे मैं रहूँ जहां में चाहे तू ना रहे
तेरे मेरे प्यार की उमर सलामत रहे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
Written by: Amaal MallikLyrics © Universal Music Publishing GroupLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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