Kya Tumhe Pata Hai
Alka Yagnik
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले हैं
कलिया न बिछाना राहों में
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले हैं
कलिया न बिछाना राहों में
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
यह पहली बार का मिलना भी
कितना पागल कर देता है
यह पहली बार का मिलना भी
कितना पागल कर देता है
कुछ कुछ होता है साँसों मैं
पर ना जाने क्यू होता है
हो हो हो हो
बाहों में भर के वो हम को
मधहोश बनाने वाले हैं
कलिया न बिछाना राहों में
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
आया है मिलने का मौसम
पल बीत गये तन्हाई के
आया है मिलने का मौसम
पल बीत गये तन्हाई के
अब मेरे दिल तारो ने
सुर छेड़ दिए शहनाई के
ओ ओ क्या प्यार का मतलब होता है
वो ये समझाने वाले हे
कलिया न बिछाना राहों में
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले है
कलिया न बिछाना राहों में
हम दिल को बिछाने वाले हैं
हम दिल को बिछाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
Written by: LAXMIKANT SHANTARAM KUDALKAR, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA, RANI MALLIKLyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC, Royalty Network, Sentric MusicLyrics Licensed & Provided by LyricFind
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